जिन संज्ञा शब्दों से व्यक्तियों, वस्तुओं आदि के समूह का बोध हो उन्हें समुदायवाचक संज्ञा कहते हैं।
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1. समुदायवाचक संज्ञा जिन संज्ञा शब्दों से व्यक्तियों, वस्तुओं आदि के समूह का बोध हो उन्हें समुदायवाचक संज्ञा कहते हैं।
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1. समुदायवाचक संज्ञा जिन संज्ञा शब्दों से व्यक्तियों, वस्तुओं आदि के समूह का बोध हो उन्हें समुदायवाचक संज्ञा कहते हैं।
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2. द्रव्यवाचक संज्ञा। 1. समुदायवाचक संज्ञा-जिन संज्ञा शब्दों से व्यक्तियों, वस्तुओं आदि के समूह का बोध हो उन्हें समुदायवाचक संज्ञा कहते हैं।
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अध्याय 4 1. समुदायवाचक संज्ञा जिन संज्ञा शब्दों से व्यक्तियों, वस्तुओं आदि के समूह का बोध हो उन्हें समुदायवाचक संज्ञा कहते हैं।
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अध्याय 4 1. समुदायवाचक संज्ञा जिन संज्ञा शब्दों से व्यक्तियों, वस्तुओं आदि के समूह का बोध हो उन्हें समुदायवाचक संज्ञा कहते हैं।
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आज आदिवासी समुदायवाचक संज्ञा है, जबकि प्राचीन काल से लेकर अंग्रेजों के आगमन से पूर्व तक उन्हें उनके नाम मसलन कोल, भील, मुडंा, गोंड़, किरात, निषाद गिरिजन आदि के नाम से ही संबोधित किया जाता रहा है।